कोरबा । वित्तीय वर्ष समापन को पखवाड़े भर से कम का समय शेष रह गया है। कोषालय ने लेखा पूर्ण करने की तैयारी शुरू कर दी है। 25 मार्च तक जिले के 180 प्रशासनिक विभागों को बिल जमा करने के लिए कहा गया है। निर्धारित तिथि तक बिल जमा नहीं करने की स्थिति में विभागों को वेतन जारी नहीं होगा। प्रशासन के 98 विभागों के 13 हजार 500 कर्मचारियों को प्रति माह लगभग 13 करोड़ राशि जारी की जाती है। जिला कोषालय में देनदारी के लिए बिल लगने का क्रम मंगलवार से शुरू हो गया है। आम तौर पर जिला कोषालय में माह के 28 तारीख तक बिल लिया जाता है। वित्तीय वर्ष समापन के दौरान बैलेंस शीट तैयार किए जाने के कारण विभागों को शीघ्रता से बिल जमा करने के लिए कहा जाता है। वेतन आहरण से लेकर निर्माण कार्यों के लिए बिल 25 मार्च तक जमा करने के लिए कोषालय ने कहा है। उक्त तिथि के बाद जारी चेक के लिए भुगतान होना भी संभव नहीं है। विभागों का चेक बुक भी जमा करा लिया जाएगा। इन दिनों बिल जमा करने को लेकर विभागों में अपᆬरा-तपᆬरी देखी जा रही है। इधर बिल को लेकर जिला कोषालय में निरीक्षण में खासी सतर्कता बरती जा रही है। सबसे अधिक देयक भुगतान शिक्षा विभाग में होता है। इसके अलावा निर्माण संबंधित कार्यों के बिल भुगतान के लिए राशि की स्वीकृति दी जाती है। जिन विभागों ने स्वीकृत राशि का उपयोग नहीं किया है, वे आहरण और उपयोगिता दर्शाने उच्च अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। जिला कोषालय अधिकारी जीएस जागृति की मानें तो 25 मार्च के बाद कलेक्टर या वित्त विभाग के अधिकारियों के अनुमोदन से ही बिल जारी किया जाएगा। जिन विभागों ने वित्तीय वर्ष में स्वीकृ त राशि का उपयोगार नहीं किया है, वह राशि लेप्स हो जाएगाी। विभाग को शासन से नए सिरे से राशि स्वीकृति करानी होगी। प्रति वर्ष की तरह शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली, सड़क के लिए स्वीकृत राशि की उपयोगिता को लेकर वित्तीय वर्ष समापन के बाद बैठक होगी। राशि उपयोगिता में पीछे रहने वाले विभाग प्रमुखों को जवाबदेय होना होगा।
25 तक बिल जमा नहीं हुआ तो नहीं मिलेगा कर्मियों को वेतन