कोरबा । छुरी में संचालित आवासीय विद्यालय से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर स्कूलों की व्यवस्था कटघरे में है। यहां महज छठवीं कक्षा में पढ़ने वाले मासूम छात्र के साथ कक्षा सातवीं के छात्र ने अप्राकृतिक कृत्य किया। पीड़ित बच्चे के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ था, पर जब उस पर ज्यादती की हद पार हुई और हालत बिगड़ने लगी, तो उसने स्कूल के प्राचार्य से शिकायत कर दी। कटघोरा पुलिस ने आरोपित छात्र पर अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। पिछले कुछ वर्षों में स्कूल और हॉस्टल के बच्चों पर लैंगिक शोषण और प्रताड़ना से जुड़े मामलों पर गंभीर शासन-प्रशासन ने अनेक एडवायजरी जारी की है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी गाइडलाइन जारी करते हुए उनका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके ऐसी घटनाओं पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है। खासकर अपने माता-पिता व घरों से दूर आवसीय विद्यालयों के हॉस्टल में रह रहे बच्चों के लिए सुरक्षा की चौकस व्यवस्था सुनिश्चित करना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। छुरी के आवासीय विद्यालय में मामले की जानकारी के बाद हरकत में आए प्रबंधन ने जहां इसकी सूचना पुलिस को दी, वहीं पीड़ित छात्र के माता-पिता छुट्टी करा उसे घर ले गए।
कैसे सुरक्षित रहें माता-पिता से दूर बच्चे
पूर्व में सामने आती रही घटनाओं में विद्यालयों के स्टाफ, सफाई कर्मी या बच्चों को लाने ले जाने वाले वाहनों के चालक-परिचालक पर निगरानी की जरूरत महसूस होती रही, पर इस घटना से सीनियर छात्रों की मानसिक विकृति जूनियर छात्रों की जिंदगी के लिए दहशत बनती दिखाई दे रही। गाइडलाइन में स्कूलों के विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के भी निर्देश हैं। इसके साथ शिक्षकों को विद्यार्थियों से बात करते रहने, काउंसलर की व्यवस्था भी अनिवार्य किया गया था। पर वक्त के साथ जैसे-जैसे हादसे का वक्त पुराना होता जाता है, नियम-कायदों को लेकर उदासीनता भी हावी होती जाती है।