आपदा के दौरान जरूरतमंदों की मदद करेगा 'गरुड़'

रायपुर । एनआइटी रायपुर के कंप्यूटर साइंस, सिविल और मैकेनिकल ब्रांच के चार छात्रों ने ऐसा एयरक्राफ्ट 'गरुड़' बनाया है, जो प्राकृतिक आपदा और कोई बड़ी घटना घटित होने के बाद वहां के जरूरतमंदों के बीच रसद और मेडिकल सामग्री पहुंचाने का काम करेगा। गरुड़ को सिद्धार्थ मिश्रा, तुसार साहू, कुनाल धुर्वे और सुचित वरसाने ने डिजाइन किया। ग्रुप लीडर सिद्धार्थ ने बताया कि 'गऱᆬड'का डिजाइन प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, सुनामी, भूकंप आने के बाद लोग कहीं फंस जाते हैं तो उन्हें हमारा 'गरुड़'खाने-पीने के अलावा मेडिकल की सामग्री पहुंचाने का काम करेगा। सिद्धार्थ ने बताया कि पिछले कुछ सालों से लगातार आपदा का प्रकोप देखा जा रहा है। इसी से लोगों को राहत देने के लिए 'गऱᆬड' को बनाया गया है। सिद्धार्थ का कहना है कि प्राकृतिक आपदा आने के बाद लोग फंस जाते हैं, खाने-पीने और मेडिकल हेल्प न मिलने के कारण दम तोड़ देते हैं।


 

आपको बता दें कि एयरक्राफ्ट रिमोट बेस है। इसे जैसा कमांड दिया जाएगा, उस हिसाब से काम करेगा। इसकी रेंज एक से डेढ़ किलोमीटर तक है। यह अपनी रेंज में बहुत ही सावधानी और फुर्ती से रसद आदि पहुंचाने का काम करेगा।


वहीं तुषार साहू ने बताया कि 'गऱᆬड' में कैमरा, ट्रांसमीटर और रिसीवर भी लगाया गया है, जो लोकेशन तलाश कर कंट्रोलर को बताता है। इससे जरूरत की वस्तु पहुंचाने में मदद मिलती है। इस एयरक्राफ्ट को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि एक स्थान पर रहकर गंतव्य स्थल तक पहुंचा सकते हैं।


 

बैट्री की ऊर्जा से उड़ता है गरुड़


'गरुड़' को चलाने के लिए बैट्री की ऊर्जा का सहारा लिया गया है। इसमें 1500 एमएच बैट्री का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही 2900 केवी का मोटर और नो जीएम का सर्वो आदि का इस्तेमाल किया गया है। सिद्घार्थ ने बताया कि बैट्री डिजस्चार्ज होने के बाद एक से डेढ़ घंटे में चार्ज कर इसे फिर से उड़ा सकते हैं।