कोरबा । कलेक्टर किरण कौशल ने आम जनों से कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी बरतने की गुजारिश की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सबसे बेहतर उपाय इसके प्रभाव में आने से स्वयं को बचाना ही है। उन्होंने इसके लिए जिलेवासियों को बेवजह यहां-वहां जाने, भ्रामक सूचनाओं से बचने व यातायात के सार्वजनिक साधनों के उपयोग में भी सावधानी बरतने की सलाह दी है। प्रशासन से जारी दिशा-निर्देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित लक्षण व फैलने के कारकों के बारे में जानकारी भी साझा की गई है। इसमें बताया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने से हवा से संक्रमण, संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने एवं हाथ मिलाने से, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद आंख या नाक को छूने से भी यह वायरस फैलता है। कलेक्टर ने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति के निकट में आने से बचें। अपने हाथ साबुन से बार-बार अच्छी तरह से धोते रहें और अपने आंख व नाक को छूने से बचें। सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार आने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें, भीड़ वाले इलाके में जाने से बचें। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि खांसते-छींकते समय रूमाल का उपयोग किया जाए व किसी से भी अभिवादन करते समय भी हाथ मिलाने से बचें। पहले ही जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल, शिक्षा विभाग की सभी शिक्षण-संस्थाओं एवं प्रशिक्षण केंद्रों को 31 मार्च तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। शासकीय एवं अशासकीय व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाताओं को भी लाइवलीहुड गतिविधियों के लिए दिए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों को भी 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। शासकीय एवं निजी आइटीआइ, पॉलिटेक्निक कॉलेज, फार्मेसी संस्थाओं आदि के प्रशिक्षण भी 31 मार्च तक स्थगित कर दिए गए हैं। कलेक्टर ने शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालयों में कक्षाओं का संचालन भी बंद करने के निर्देश दिए हैं।
बिना पुष्टि वायरल न करें सूचनाएं
कलेक्टर ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया सहित अन्य संचार माध्यमों में प्रसारित होने वाली कथित भ्रामक सूचनाओं से भी आमजनों को सावधान रहने कहा है। उन्होंने इस तरह की किसी भी सूचना को बिना आधिकारिक पुष्टि के सोशल मीडिया में वायरल नहीं करने की भी सलाह लोगों को दी है। कलेक्टर ने सभी व्यक्तियों से यह आग्रह भी किया है कि अधिक संख्या में लोगों का एक स्थान पर जमाव रोका जाए। अति आवश्यक होने पर ही सामाजिक कार्यक्रमों को सादगीपूर्ण तरीके से एवं कम लोगों की उपस्थिति में आयोजित किया जाए।
प्रभावित क्षेत्र में भ्रमण से लौट कराएं स्वास्थ्य जांच
कलेक्टर ने कहा कि यदि किसी ने कोरोना वायरस प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया है या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, जिन्होंने कोरोना वायरस प्रवाहित क्षेत्र की यात्रा की है, तो वे अपना स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराएं। इससे उनके मन में किसी भी प्रकार की शंका न रहे या वायरस से संक्रमित पाए जाने पर तत्काल उपचार किया जा सके। कोरोना से बचाव के लिए संक्रमण के लक्षणों की भली-भांति पहचान करने कहा है। संक्रमण में प्रारंभिक लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द, गले में खरास एवं उपचार न मिलने पर निमोनिया ब्रोंकाइटिस, सांस लेने में तकलीफ आदि गंभीर लक्षण हो सकते हैं।