कोरबा । कोरोना वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता देखी जा रही। जहां एक ओर प्रशासन विदेश से भारत लौटने वालों की पहचान कर उन्हें एहतियातन आइसोलेशन वार्ड में रख रही, वहीं इंडोनेशिया से हाल ही में वापस लौटने वाले एक शख्स ने खुद जिला चिकित्सालय पहुंचकर ब्लड सैंपल दिया। रायपुर एयरपोर्ट में वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी कोरबा पहुंचने पर उसने यह प्रक्रिया पूरी की। सीएमएचओ कार्यालय ने इसकी पुष्टि करते हुए यह भी कहा है कि जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उधर कोरोना संक्रमण के प्रति फिक्र जाहिर करते हुए बोर्ड परीक्षाओं के लिए केंद्रीय बोर्ड ने एक निर्देश जारी किया है। इसमें परीक्षा केंद्र बनाए गए स्कूलों को बोर्ड परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था में बदलाव करने कहा गया है। अब परीक्षार्थी एक-दूसरे से एक मीटर का फासला बनाते हुए कक्ष में बैठेंगे और परीक्षाएं देंगे। इसी तरह परीक्षा व्यवस्था देख रहे शिक्षकों को भी मॉनिटरिंग के दौरान मुंह में मास्क लगाकर ड्यूटी करने व हाईजीनिक फूड खाने कहा गया है। सीबीएसई का यह निर्देश सोमवार की शाम को जारी किया गया। निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मंगलवार को आयोजित परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों में बैठक व्यवस्था बदली गई। मंगलवार को जिले के पांच परीक्षा केंद्र में कक्षा 12वीं अंतर्गत गणित का पर्चा भरा गया। केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-दो एनटीपीसी की प्राचार्य डॉ. ए नागमणि ने बताया कि परीक्षार्थियों की सीटिंग अरेंजमेंट में कम से कम एक मीटर का फासला रखने कहा गया है, तो दूसरी ओर परीक्षा व्यवस्था में जुटे शिक्षकों के लिए भी मुंह पर मास्क पहनकर ड्यूटी निभाने के निर्देश भी सीबीएसई ने दिए हैं।
रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में हेल्पडेस्क
कोरबा। समीक्षा बैठक लेतीं कलेक्टर किरण कौशल।
साथ में एडीएम संजय अग्रवाल (दाएं) व जिला पंचायत सीईओ एस जयवर्धन (बाएं) ।
कोरोना से बचाव के तरीकों पर कलेक्टर ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक ली। अधिकारियों को अपने कार्यालयों में भी साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए व कहा कि सैनिटाइजर, हैंडवाश व मास्क के अवैध भंडारण व कालाबाजारी पर कड़ी कार्रवाई होगी। अन्य जिलों से या बाहर से आने वाले लोगों में सर्दी, खांसी, बुखार व कोरोना संदिग्ध की पहचान कर जरूरी सावधानियां बरतते हुए इलाज कराने रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में अस्थायी हेल्पडेस्क बनाने कहा गया, ताकि संक्रमित की पहचान कर उन्हें आइसोलेट करने, डॉक्टरी जांच कर उपचार करने आगमन स्थल से ही प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। कलेक्टर ने एक जनवरी से विदेश जाकर वापस आए सभी लोगों की पहचान करने कहा है।
अधीक्षण पुरातत्व रायपुर मंडल ने भारत सरकार से प्राप्त निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के मद्देनजर पुरातात्विक महत्व वाले स्मारकों को भी सैलानियों के लिए 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। यह निर्देश मंगलवार से ही जिले के पाली शिव मंदिर, चैतुरगढ़, तुमान के पुरातत्विक धरोहर, स्मारक, मंदिर में लागू रहेगा। कोरोना वायरस के बढ़ते मामले के कारण भीड़ वाली जगहों को प्रतिबंधित किया जा रहा है।
सर्वमंगला मंदिर के लिए मांगेंगे मार्गदर्शन
मां सर्वमंगला मंदिर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंचते हैं। 25 मार्च से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहा है। ऐसे में परिसर में कोरोना संक्रमण के प्रति सजगता एवं सावधानी नितांत आवश्यक है। इस संबंध में मां सर्वमंगला मंदिर के पुजारी नमन पांडेय ने बताया कि अब तक कोरोना संक्रमण संबंधी कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं, पर एहतियात बरतना शुरू कर दिया गया है। बुधवार को नगर निगम के आयुक्त से मुलाकात कर मार्गदर्शन मांगा जाएगा।कॉलेज अंतिम वर्ष के पर्चे होंगे, वर्कशॉप नहीं
कॉलेजों में संचालित स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर भाग एक एवं सेमेस्टर पद्धति में सेमेस्टर एक, दो एवं तीन की सभी परीक्षाएं रद्द हैं। स्नातक-पीजी अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं ही आयोजित होंगी। कॉलेज के शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक स्टाफ को अन्य राज्यों या देश के बाहर के वर्कशॉप, सेमिनार, संगोष्ठी, सम्मेलन, प्रशिक्षण आदि में भाग लेने के लिए पूर्व में जारी सभी अनुमति निरस्त हो गई है। वर्कशॉप, सेमिनार, शोध संगोष्ठी 31 मार्च तक नहीं होगा।