पत्नी करती थी संदेह, पति ने हत्या कर शव डैम में फेंकाe

कोरबा । गांव की ही एक महिला के साथ अवैध संबंध होने का संदेह पत्नी को था और इस बात को लेकर उसका विवाद आए दिन पति के साथ होता था। बात इतनी बढ़ गई कि लकड़ी काटने जंगल गए दंपती के बीच इसे लेकर पुनः विवाद हुआ और गुस्साए पति ने टंगिया के पासा से पीठ पर हमला कर दिया। मौत के बाद उसकी साड़ी से शव को पत्थर से बांध डुबान में डाल दिया। नहाते वक्त पत्नी के डूब जाने की कहानी उसने गांव वालों को सुनाई, पर पति का यह गुनाह ज्यादा देर छुप न सका।यह मामला लेमरू थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम बगबुड़ा लाइनपारा का है। यहां निवासरत इतवार सिंह खड़िया और उसकी पत्नी गीता बाई खड़िया के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। बताया जा रहा है कि गीता को संदेह था कि गांव के ही एक महिला के साथ उसके पति का अवैध संबंध है। 14 मार्च को रात करीब 11.30 बजे दोनों ने पहले शराब का सेवन किया, इसके बाद नशे की अवस्था में गीता बाई उस पर संदेह करते हुए उस महिला के साथ ही रहने की बात कही। इस लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ। दूसरे दिन 15 मार्च को सुबह करीब 11 बजे गीता ने पति को लकड़ी काटने जंगल काटने के लिए जंगल चलने कहा, पर वह थोड़ी देर बाद जाने की बात कही। इस पर नाराज गीता खुद जंगल चली गई। थोड़ी देर में ही इतवार सिंह भी टंगिया लेकर उसके पीछे चल पड़ा। बांगो डैम के पनियोबहार डुबान के किनारे गीता बैठी थी, उसे देख कर पुराने विवाद को कुरेदते हुए उसने कहा, मैं अब तुम्हारे साथ नहीं रहूंगी, जाओ उसी महिला के साथ रहना। इतवार सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि तुम बेवजह ही संदेह कर रही हो, ऐसी कोई बात नहीं है। इसके बाद भी गीता नहीं मानी और नाराज होकर भला-बुरा कहते रही। इतवार सिंह से रहा नहीं गया और आवेश में आकर टंगिया के पीछे पासा से पीठ पर तीव्र वार कर दिया। गीता जमीन पर गिर गई और छटपटाने लगी। इस बीच उसने उसकी साड़ी से ही एक पत्थर बांध उसे डुबान के पानी में डाल दिया। इसकी वजह से उसकी दर्दनाक मौत मौके पर ही हो गई। लेमरू पुलिस ने आरोपित के खिलाफ हत्या का मामला धारा 302, 201 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।



डूब जाने की झूठी कहानी सुनाई


हत्या करने के बाद शव को पत्थर से बांध पानी में डूबाने के बाद इतवार सिंह वापस गांव लौट रहा था। इस बीच गांव की बुधवारा बाई, पंचो बाई व धनसाय तालाब की ओर जा रहे थे। इतवार सिंह ने उन्हें रोक कर बताया कि गीता की पनियोबहार डुबान में डूब जाने से मौत हो गई है। यह सुनकर ग्रामीण भौचक्क रह गए। जयलाल लोहार समेत अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो देखा शव पानी में डूबा हुआ है।


 

ऐसे खुली पोल


पनियोबहार डुबान के मुहाने पर ग्रामीण पहुंचे तो गीता की लाश को पानी से बाहर निकाले। लाश में पत्थर बंधा हुआ था, यह देखकर ग्रामीणों को संदेह हुआ। डूबने की वजह पूछा गया, तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। ग्रामीणों ने कहा कि ठीक से बताओ, क्या हुआ है। तब वह हत्या कर शव को पानी में फेंकने की बात स्वीकार कर लिया। इसके साथ ग्रामीणों ने इसकी सूचना लेमरू थाना में दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंच वैधानिक कार्रवाई की।